दहेज
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रोज रोज ससुराल में अपने पिता के तिरस्कार को वह सह न सकी और एक दिन उसने खुद को रसोई में बंद कर आग लगा ली ।
हस्पताल में पहुंचे माता पिता ने पुलिस को मरीजा का ब्यान नोट करते हुए देखा ।
श्मशान भूमि में इधर उसकी चिता जल रही थी, उधर उसके ससुराल वाले हवालात की सैर कर रहे थे ।
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रोज रोज ससुराल में अपने पिता के तिरस्कार को वह सह न सकी और एक दिन उसने खुद को रसोई में बंद कर आग लगा ली ।
हस्पताल में पहुंचे माता पिता ने पुलिस को मरीजा का ब्यान नोट करते हुए देखा ।
श्मशान भूमि में इधर उसकी चिता जल रही थी, उधर उसके ससुराल वाले हवालात की सैर कर रहे थे ।
(पंकज जोशी ) सर्वाधिकार सुरक्षित ।
लखनऊ । उ. प्र
03/04/2015
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